प्रिय पाठकों, आप सभी का हमारी वेबसाइट क्रेज़ी टिप्स मार्केट में स्वागत है. मै हूँ प्रशान्त और यहाँ हम आपके लिए लेकर आते हैं कंप्यूटर, मोबाइल, इंटरनेट से जुड़ी टिप्स, ट्रिक्स, ट्युटोरियल और घर बैठे पैसे कमाने के उपाय. ब्लॉगिंग ट्युटोरियल की हमारी पिछले पोस्ट में हमने बात की थी कि ब्लॉगिंग निच क्या होते हैं? आज की इस पोस्ट में हम आपको बताने जा रहे हैं कि गूगल की सेवा “ब्लॉगर.कॉम” का इस्तेमाल करते हुए आप फ्री में ब्लॉग कैसे बना सकते हैं?
मेरी कोशिश यही है कि इस पोस्ट को पढ़कर आपके मन में उठने वाले सभी सवालों के जवाब आपको मिल आसानी से मिल जाएँ पर यदि कोई सवाल आपके मन में रह जाता है तो आप नीचे कमेंट करके भी पूछ सकते हैं.
एक ब्लॉगर होने के नाते मैं समझता हूँ कि अगर आप ब्लॉगिंग करना चाहते है तो सबसे पहले ब्लॉगिंग कोर्स के बारे में जानकारी होना जरूरी है. केवल ब्लॉग बनाकर उस पर पोस्ट लिखने से आप अपने ब्लॉग को पॉपुलर नही कर सकते है और ना ही पैसे कमा सकते है. और सबसे बड़ी बात यह है की आपको यह भी पता होना चाहिए आप कैसे एक ब्लॉग बना सकते हैं और उसे मैनेज कर सकते हैं.
हम आपको अपनी इस ब्लॉगर ट्यूटोरियल में सबसे पहले ब्लॉगर.कॉम के बारे में बताने वाले हैं. ब्लॉग बनाने के लिए ब्लॉगर.कॉम एक चर्चित प्लेटफार्म है. यह गूगल की सेवा है जो पूरी तरह से निशुल्क है और अगर आपके पास जीमेल आईडी है तो आप ब्लॉगर के अलावा गूगल की अन्य सेवाओं जैसे ड्राइव, शीट, डॉक् आदि का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. आइये विस्तार से देखते हैं कि ब्लॉगर पर अपना पहला ब्लॉग कैसे बनाते हैं.
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Table of Contents |
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1) ब्लॉगर.कॉम पर अकाउंट बनाना और अपने लिए ऑथर नेम सेट करना |
2) अपना पहला ब्लॉग बनाना |
2.1) ब्लॉग का विषय तय करना |
2.2) ब्लॉग का नाम तय करना |
2.3) ब्लॉग के लिए कस्टम डोमेन लेना |
ब्लॉगर.कॉम पर अकाउंट बनाना और अपने लिए ऑथर नेम सेट करना
- यदि आपके पास खुद का जीमेल अकाउंट नहीं है तो पहले अपना जीमेल अकाउंट बना लें.
- जब आप जीमेल अकाउंट बना लें तो www.blogger.com पर जाएँ.
- आपके सामने स्क्रीन पर “क्रियेट योर ब्लॉग” और “साइन इन” का विकल्प दिखेगा। आप इनमें से किसी भी विकल्प को चुन सकते हैं।
Blogger Home Page |
- अब आपको लॉगिन पेज दिखाई देगा जहां आप अपनी जीमेल आईडी भरकर लॉगिन कर लें।
Enter your Email ID here |
- यदि आप पहली बार ब्लॉग बना रहे हैं तो यहां आपको अपने ब्लॉग का नाम भरने का विकल्प मिलेगा। यहां आप अपने ब्लॉग का नाम डाल सकते हैं। आपको अपने ब्लॉग का अच्छा सा नाम रखने के लिए जरूरी मार्गदर्शन इसी पोस्ट में आगे मिल जाएंगे।
- ब्लॉग का नाम चुनने के बाद बारी आती है ब्लॉग के यूआरएल सेट करने की। यहां आपको देखना होगा कि जो आपके ब्लॉग का नाम है, उसी से मिलता-जुलता यूआरएल सेट किया जाए। यहां आपका जो यूआरएल बनेगा उसके अंत में "ब्लॉगस्पॉट.कॉम" जुड़ा हुआ रहेगा। आप बाद में कस्टम डोमेन भी खरीद कर सेट कर सकते हैं जिसके टिप्स आपको इसी पोस्ट में मिलेंगे।
- अब आपके सामने अपना ऑथर नेम सेट करने का विकल्प दिखाई देगा। यहां आप जो नाम भरेंगे, वही नाम आपके ब्लॉग में पोस्ट के लेखक के रूप में लोगों को दिखाई देगी।
आपका ब्लॉग बनकर तैयार है। आपको नीचे की भांति ब्लॉगर का डैशबोर्ड दिखाई देगा। यहां से आप अपने ब्लॉग में सारी चीजें कंट्रोल कर पायेंगे। जैसे - स्टैटिक पेज बनाना, नयी पोस्ट लिखना, नयी थीम लगाना, ब्लॉग की एचटीएमएल कोडिंग को आवश्यकतानुसार सुधार करना आदि।
अपना पहला ब्लॉग बनाना
ब्लॉगर.कॉम पर ब्लॉग बनाना काफी आसन काम है. जब आप अपनी जीमेल अकाउंट से पहली बार ब्लॉगर में लॉग इन करेंगे तभी आपको इसका विकल्प दिखाई देगा. आप चाहें तो उसी समय ब्लॉग बना लें या फिर नीचे हमारे द्वारा बताई जा रही टिप्स को फॉलो करें.ब्लॉग का विषय तय करना
हमारी पिछली पोस्ट में हमने ब्लॉग के कई प्रकार बताये थे. आज हम आपको बता रहे हैं की आप अपना पहला ब्लॉग कैसे बना सकते हैं. इसके लिए पहली जरुरी चीज है ब्लॉग का विषय. ब्लॉग बनाने से पहले आपको यह तय करना होगा की आप किस विषय पर लिखना चाहते हैं. हम आपको कुछ ब्लॉगिंग निच के बारे में बता रहे हैं जिनपर आप काम कर सकते हैं और अच्छे नतीजे पा सकते हैं. हमारी आपको सलाह है कि आपको जो भी निच पसंद आता है उसपर ब्लॉग बनाने से पहले आप उसपर थोड़ी रिसर्च करें।किसी निच पर रिसर्च करने का सबसे आसान तरीका है उन सवालों या पदों को तलाशना जो ज्यादातर लोग उस निच के संबंध में पूछते हैं। आप उस निच से संबंधित दूसरे लोगों के ब्लॉग देखें और कुछ दिनों तक आप उस निच से संबंधित विभिन्न टॉपिक्स पर आर्टिकल लिखें। यह इसलिए जरूरी है क्योंकि ब्लॉगिंग एक लगातार चलने वाला काम है। यह किसी ऐसी फिक्स्ड डिपॉजिट की तरह नहीं है जिसमें एक बार निवेश करके हर महीने उससे ब्याज लेते रहें बल्कि यह उस बचत खाते की तरह है जिसमें से पैसे निकालने के लिए आपको उसमें कुछ न कुछ डालना भी पड़ेगा।
यदि आप किसी विषय पर लगातार लिख सकते हैं तो ही आपको ब्लॉगिंग के लिए उस विषय को चुनना चाहिए नहीं तो आपको इसमें सफलता नहीं मिलेगी।
भारत में हिन्दी भाषा में ब्लॉग शुरू करने के लिए आप सरकारी नौकरी, सरकारी रिजल्ट, कुकिंग, घरेलू स्वास्थय नुस्खे, कम्प्यूटर-मोबाइल टिप्स, ब्लॉगिंग टिप्स, गेम ट्यूटोरियल, आध्यात्म जैसे विषय चुन सकते हैं क्योंकि एक तो इनपर अच्छा ट्रैफिक आता है और ये ऐसे विषय हैं जिन्हें आसानी से एफिलिएट मार्केट से जोड़ा जा सकता है। इनके अलावा आप सॉंन्ग लिरिक्स, शायरी, चुटकुले, कहानी, मूवी रिव्यु, मूवी स्टोरी एक्सप्लेन, इवेंट (किसी खास त्योहार से जुड़ी चीजें) ब्लॉगिंग पर भी काम कर सकते हैं।
यहां एक बाद गौर करने वाली है कि किसी विषय के अंदर कई उपविषय आ सकते हैं। एक उदाहरण के तौर पर माना कि आपने सरकारी नौकरी विषय को चुना है तो यह अपने आप में एक बहुत बड़ा विषय है। इसके अंतर्गत नौकरी/फॉर्म फिल-अप/एडमिट कार्ड/रिजल्ट के नोटिफिकेशन, राज्य/ऑल इंडिया वैकेन्सी, परीक्षा की तैयारी से संबंधित टिप्स, स्टडी मैटेरियल, दैनिक सामान्य ज्ञान जैसे विषय आते हैं। इन सभी विषयों पर अलग-अलग काम किया जा सकता है और इस तरह से कुल 5 ब्लॉग बनाये जा सकते हैं या फिर इस पाचों विषयों को मिलाकर एक ही ब्लॉग बनाया जा सकता है। सरकारी नौकरी के केस में प्रायः एक ही ब्लॉग में इन सभी विषयों का समावेश प्रचलित है।
यदि आप गेमिंग ट्यूटोरियल की बात करें तो बाजार में कई तरह के खेल उपलब्ध हैं इसलिए यहां आपको किसी एक या दो गेम पर ही फोकस करना होगा। आप गेम का चयन उसके प्लेटफॉर्म के आधार पर कर सकते हैं (पीसी/एंड्रॉयड/आईओएस आदि), प्रकार के आधार पर कर सकते हैं (रेसिंग/शूटिंग आदि) या बनाने वाली कंपनी के आधार पर कर सकते हैं (सुपरसेल आदि)।
आप इसी तरह से लगभग सभी निच को हमारे ब्लॉग पर आपके लिए समय-समय पर आकर्षक ब्लॉगिंग निच के बारे में जानकारी हम लाते रहेंगे।
ब्लॉग का नाम तय करना
ब्लॉग का विषय चुनने के बाद अगली चीज आती है ब्लॉग का नाम तय करने की। एक अच्छा ब्लॉग नाम चुनना बहुत जरूरी है क्योंकि आगे चलकर आपके पाठक इसी नाम से आपको जानने लगेंगे। यदि आप ने अपने ब्लॉग के लिए निच चुन लिया है तो आपको इसमें ज्यादा दिक्कत नहीं आने वाली है। आपको बस नीचे दिए गए कुछ टिप्स को ध्यान में रखना हैः-- आसान, अनोखा और आकर्षक नाम चुनें - आपके ब्लॉग का नाम उच्चारण करने में आसान होना चाहिए ताकि लोगों को आसानी से याद हो जाए। यह इसलिए जरूरी है ताकि आप आगे चलकर इसी नाम को अपना ब्रांड बना सकें (यदि आप ऐसा चाहें तो)। साथ ही आपके ब्लॉग का नाम अनोखा और आकर्षक भी होना चाहिए। उदाहरण के लिए यदि आप ‘टिप्स’ शब्द के बारे में सोचें तो हमारे ब्लॉग का नाम आपको इसी टिप्स शब्द के इर्द-गिर्द बना हुआ मिलेगा और हमारे ब्लॉग में हम आपके लिए ब्लॉगिंग/कम्प्यूटिंग/गेमिंग के टिप्स लेकर आते हैं। आपके लिए विभिन्न ब्लॉगिंग निच से संबंधित कुछ ब्लॉग्स के नाम यहाँ पर साझा किये जा रहे हैं जिससे आपको अपने ब्लॉग का नाम तय करने में मदद मिलेगी। सरकारी नौकरी निच के ब्लॉग के लिए आप ‘एसपाइरेंट हब’, ‘एग्जाम प्रेरणा’, ‘गवर्मेंट जॉब इन्फो’, ‘गवर्मेंट जॉब नोट्स’ जैसे नाम से ब्लॉग बना सकते हैं। कम्प्यूटर/मोबाइल टिप्स-ट्रिक्स निच के ब्लॉग के लिए आप ‘टिप्स एंड ट्रिक्स (भाषा का नाम)’, ‘प्ले विथ एप्स’, ‘टेक मास्टर’ जैसे नाम इस्तेमाल कर सकते हैं। इसी तरह से आप बाकी निच के लिए भी अच्छे नाम सोच सकते हैं।
- प्रतिस्पर्धी ब्लॉग्स के नाम पर ध्यान दें - यदि आप अपने निच के आधार पर अपने ब्लॉग का नाम चुन नहीं पा रहे हैं तो आप उसी निच के दूसरे ब्लॉग्स को सर्च करें और उनके ब्लॉग के नाम को देखें। इससे आपको प्रेरणा मिलेगी और आप अपना नाम आसानी से तय कर पायेंगे। ध्यान दें कि किसी भी दशा में दूसरों के ब्लॉग के नाम को कॉपी न करें।
- नेम जेनरेटर का इस्तेमाल करें - ऐसे कई नेम जेनरेटर उपलब्ध हैं जो आपके लिए न केवल ब्लॉग नाम जेनरेट करते हैं बल्कि गो डैडी, नेमचिप, ब्लूहोस्ट जैसी डोमेन विक्रेताओं के पास यह नाम उपलब्ध है या नहीं इसकी भी जांच करते हैं। हम आपको यही सलाह देंगे कि आप शुरुआत के दिनों में ही (ब्लॉग स्टार्ट करने के 10-15 दिन के अंदर ही) एक डोमेन खरीदकर अपने ब्लॉग से जोड़ लें। इसपर आपको एक साल के लिए लगभग 500 से 1000 रू0 खर्च आता है। मेरा निजी अनुभव यह है कि डॉट इन डोमेन, डॉट कॉम डोमेन से सस्ते पड़ते हैं इसलिए यदि आपको आपके ब्लॉग के लिए यदि डॉट इन डोमेन मिल जाता है तो आप इसे लेकर अपने ब्लॉग से जोड़ लें। इसका ट्यूटोरियल हम जल्द ही लाने वाले हैं।
ब्लॉग के लिए कस्टम डोमेन लेना
जैसा कि हमने आपको उपर बताया कि आप अपने ब्लॉग के लिए जो भी नाम तय करें उसे एकबार गोडैडी/नेमचिप/ब्लूहोस्ट जैसी डोमेन विक्रेता कंपनियों के वेबसाइट पर जाकर देख लें कि यह नाम आपको डॉट कॉम या डॉट इन डोमेन के साथ हूबहू मिल रहा है या नहीं। यदि ऐसा नहीं है तो आपको अपने ब्लॉग के नाम को थोड़ा सा बदलने की जरूरत पड़ सकती है या नये सिरे से नाम सोचने की जरूरत पड़ सकती है। यदि आप शुरूआती दिनों में ही यह कर लेंगे तो आगे आपको दिक्कत नहीं आयेगी क्योंकि यदि आप ब्लॉगिंग में नियमित रहते हैं तो महीने भर के भीतर ही आपके ब्लॉग में अच्छे व्यूज़ आने लगेंगे और ऐसे में ब्लॉग का नाम बदलने का मतलब है अपना बना - बनाया मार्केट खोना।
जब आप अपने ब्लॉग के लिए एक कस्टम डोमेन खरीदेंगे तो आपको अपने ब्लॉग के सेटिंग में जाकर उस कस्टम डोमेन को जोड़ना होगा। जबतक आप यह नहीं करेंगे आपके ब्लॉग का यूआरएल डॉटब्लॉगस्पॉट पर ही रहेगा। अपने ब्लॉग में कस्टम डोमेन जोड़ना काफी आसान है और हम ब्लॉगर डैशबोर्ड और कस्टम थीम की ट्यूटोरियल के बाद कस्टम डोमेन जोड़ने का ट्यूटोरियल लेकर आएंगे।
हम उम्मीद करते है की आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया होगा और इससे आपको ज़रूर मदद मिली होगी. यदि आपको हमारा आर्टिकल पसंद आता है तो उसे सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों के साथ ज़रूर शेयर करें और अपने सवाल हमे कमेंट कर सकते हैं. हमारी अगली पोस्ट में आप जानेंगे कि ब्लॉगर के डैशबोर्ड में किस विकल्प का आप कैसे इस्तेमाल करके अपने ब्लॉग को मैनेज कर सकते हैं।
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